ओ गुरुवर मेरे
•ओ गुरुवर मेरे ,
में तेरी आंखों से देखूं ,
तेरी बोली में बोलूं ,
तू हाथ पकड ले मेरा , में साथ तेरे हो लूं
जब भी कोइ मुसीबत आए ,
मुज्हे गुरुवर निकलने का रासता दिखाए ,
में फिसलूं तो उठाना ,
और गिरूं तो उठाना,
प्रार्थना हे मदन गोपाल की ,
मेरे अंग संग सदा रहना,
मुज्हे कभी अकेला न छोडना
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