adsence code

Sunday, April 12, 2015

ओ गुरुवर मेरे




•ओ गुरुवर मेरे ,

में तेरी आंखों से देखूं ,

तेरी बोली में बोलूं ,

तू हाथ पकड ले मेरा , में साथ तेरे हो लूं

जब भी कोइ मुसीबत आए ,

मुज्हे गुरुवर निकलने का रासता दिखाए ,

में फिसलूं तो उठाना ,

और गिरूं तो उठाना,

प्रार्थना हे मदन गोपाल की ,

मेरे अंग संग सदा रहना,

मुज्हे कभी अकेला न छोडना
 

No comments:

Post a Comment