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Sunday, October 4, 2020
Tuesday, August 25, 2020
Wednesday, August 19, 2020
आप कुछ नियम
परम पूज्य सुधांशुजी महाराज
आप कुछ नियम बनाएँ। उन नियमों में एक नियम यह भी कि किसी को फ़ूल न दे सकें मुस्कान तो हम जरूर देगें। किसी से बात करें तो बात की शुरुआत में मुस्कान पहले होनी चाहिए। हर बच्चे की सजावट उसकी मुस्कराहट है और इस दुनियाँ में हर फ़ूल की सजावट उसकी मुस्कराहट है। आपकी भी सजावट आपकी मुस्कराहट है तो अपनी मुस्कराहट को सजाइए। मुस्कराहट को लेकर घर से निकलिए, मुस्कराहट को लेकर घर में प्रवेश कीजिए। और देवताओं की आराधना करें तो मुस्करा कर करें और अपने गुरू को प्रणाम करें तो मुस्कान के साथ करें। अपने कर्मक्षेत्र में प्रवेश करें तो मुस्कराहट के साथ करें और जब अपने अन्न को देखें तो अन्न को भी मुस्कराकर देखिए। अपने घर भी जैसे पहली द्दर्ष्टि प्रवेश करते हुए डालते है तो मुस्कराहट की द्दर्ष्टि डालिए तो आप समझेंगे कि मनहूसियत निकलेगी और देवताओं की कृपा आपके घर में प्रवेश करेगी।
Thursday, March 12, 2020
Sunday, March 1, 2020
वाणी की
परम पूज्य सुधांशुजी महाराज
मदन गोपाल गर्ग ,एल एम्, वी जे एम्
वाणी की मधुरता मित्रता बढ़ाती है और वाणी की कठोरता के
कारण व्यक्ति अपनों से भी दूर हो जाता है।
Saturday, February 29, 2020
Monday, January 6, 2020
जिंदगी के हर मोड़ पर
" जिंदगी के हर मोड़ पर काम आने वाली
16 अद्भुत बातें "
*****************************
1. गुण - न हो तो रूप व्यर्थ है.
2. विनम्रता- न हो तो विद्या व्यर्थ है.
3. उपयोग- न आए तो धन व्यर्थ है.
4. साहस- न हो तो हथियार व्यर्थ है.
5. भूख- न हो तो भोजन व्यर्थ है.
6. होश- न हो तो जोश व्यर्थ है.
7. परोपकार- न करने वालों का जीवन व्यर्थ है.
8. गुस्सा- अक्ल को खा जाता है.
9. अहंकार- मन को खा जाता है.
10. चिंता- आयु को खा जाती है.
11. रिश्वत- इंसाफ को खा जाती है.
12. लालच- ईमान को खा जाता है.
13. दान- करने से दरिद्रता का अंत
हो जाता है.
14. सुन्दरता- बगैर लज्जा के सुन्दरता व्यर्थ है.
15. दोस्त- चिढ़ता हुआ दोस्त मुस्कुराते हुए
दुश्मन से अच्छा है.
16. सूरत- आदमी की कीमत उसकी सूरत से नहीं बल्कि सीरत यानी गुणों से लगानी चाहिये....
16 अद्भुत बातें "
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1. गुण - न हो तो रूप व्यर्थ है.
2. विनम्रता- न हो तो विद्या व्यर्थ है.
3. उपयोग- न आए तो धन व्यर्थ है.
4. साहस- न हो तो हथियार व्यर्थ है.
5. भूख- न हो तो भोजन व्यर्थ है.
6. होश- न हो तो जोश व्यर्थ है.
7. परोपकार- न करने वालों का जीवन व्यर्थ है.
8. गुस्सा- अक्ल को खा जाता है.
9. अहंकार- मन को खा जाता है.
10. चिंता- आयु को खा जाती है.
11. रिश्वत- इंसाफ को खा जाती है.
12. लालच- ईमान को खा जाता है.
13. दान- करने से दरिद्रता का अंत
हो जाता है.
14. सुन्दरता- बगैर लज्जा के सुन्दरता व्यर्थ है.
15. दोस्त- चिढ़ता हुआ दोस्त मुस्कुराते हुए
दुश्मन से अच्छा है.
16. सूरत- आदमी की कीमत उसकी सूरत से नहीं बल्कि सीरत यानी गुणों से लगानी चाहिये....
Friday, January 3, 2020
जीवन संगीत है।
परम पूज्य सुधांशुजी महाराज
जीवन संगीत है। सुर से बजाओगे तो बहुत अच्छा है, मधुर है और अगर सुर से भूल गए तो शोर है जीवनऔर उसको खुद भी नहीं सुन पाओगे दूसरे तो क्या सुनेगें ।
जीवन है चुनौती । नित नई नई चुनौती बनकर सामने आती हैं । जब आप बहादुर होकर चुनौती को स्वीकार करते हैं
तो वो कुछ न कुछ देकर ही जाएँगी, कुछ लाभ देंगी ।
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